सोमवार, 30 अप्रैल 2012

Uttrakhand Janmanch blocks Badrinath Highway


                   पीपलकोटी पनबिजली प्रोजेक्ट को लेकर
                        बद्रीनाथ राजमार्ग जाम किया


                    महिलाओं ने दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी 

जब मीडिया भगवान बद्रीनाथ के कपाट खुलने का सीधा प्रसारण कर रहा था तभी बदरीनाथ की उसी लीलाभूमि पर पीपलकोटी के समीप पहाड़ के आंदोलनकारी ‘‘ बोल पहाड़ी हल्ला बोल- पहाड़ विरोधियों पर हल्ला बोल’’ के नारे लगाकर बदरीनाथ राजमार्ग पर चक्का जाम कर रहे थे। यह इस बात का सबूत है कि पहाड़ का धीरज टूट रहा है और वह अब करवट बदलने को तैयार है। पहाड़ी क्षेत्रवाद के सोए हुए शेर को जगाने की मुहिम शुरु हो चुकी है। जल्द ही ये नारे पर्वत-पर्वत घाटी-घाटी गूंजने वाले हैं। और पीपलकोटी, उत्तराखंड जनमंच और पीपलकोटी परियोजना बचाओ संघर्ष समिति ने पीपलकोटी पनबिजली परियोजना पर फिर से काम शुरु कराने की मांग को लेकर आज बद्रीनाथ राजमार्ग पर स्थित पीपलकोटी के कौड़िया बैंड पर आज सांकेतिक चक्का जाम किया और भाजपा सांसद मेनका गांधी का पुतला जलाया। परियोजना प्रभावितों ने केंद्र और राज्य सरकार का चेतावनी दी है कि यदि पीपलकोटी परियोजना पर तत्काल काम शुरु नही किया गया तो प्रभावित क्षेत्र की 500 महिलायें सामूहिक आत्मदाह करेंगी।
उत्तराखंड जनमंच और परियोजना बचाओ संघर्ष समिति के संयुक्त आह्वान पर आज क्षेत्र की महिलाओं और प्रभावित लोगों ने जीडी अग्रवाल और मेनका गांधी के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करते हुए आज 12 बजे से एक बजे तक पीपलकोटी के निकट कौड़िया बैंड पर चक्का जाम किया। इससे बद्रीनाथ राजमार्ग पर एक घंटे तक पूरा यातायात ठप रहा। इसी दौरान आंदोलनकारी महिलाओं और लोगों ने भाजपा की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का पुतला भी जलाया और उनके खिलाफ जबरदस्त नारे बाजी की। बाद में जब बड़ी तादाद में बसें और कारों की भीड़ लग गई तब चक्का जाम खोलते हए आंदोलनकारियों ने कहा कि उनके चक्का जाम का मकसद यात्रियों को परेशान करना नहीं है बल्कि जीडी अग्रवाल के दबाव में काम कर रही केंद्र सरकार की आंख कान खोलना है। इससे पहले कौड़िया बैंड पर स्थित धरने को संबोधित करते हए वन पंचायत हाट की सरपंच श्रीमती मंदोदरी देवी हटवाल ने कहा कि यदि पीपलकोटी पनबिजली परियोजना फौरन शुरु नहीं की गई तो परियोजना प्रभावित सारी महिलायें आत्मदाह करेंगी। उन्होने कहा कि सरकार एक जीडी अग्रवाल के कारण सरकार यदि उत्तराखंड के एक करोड़ लोगों के भविष्य से खेलना चाहती है तो इसके विरोध में हाट गांव की महिलायें आत्मदाह करेंगी। आंदोलनकारियां को संबोधित करते हुए उत्तराखंड जनमंच के प्रमुख महासचिव राजेन टोडरिया ने कहा कि उत्तराखंड की जनता पहाड़ विरोधी साजिशों को कामयाब नहीं होने देगी।सभा में परियोजना बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष जगदंबा प्रसाद हटवाल,हाट गांव के प्रधान चंडीप्रसाद हटवाल  संघर्ष समिति के सदस्य रघुवीर नेगी, महिला मंगल दल की अध्यक्षा पूजा देवी ने भी संबोधित किया। धरने का नेतृत्व राजेंद्र हटवाल,जगदंबर हटवाल,चंडीप्रसाद हटवाल और मंदोदरी देवी कर रहीं थीं। देहरादून से पहुचे प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री अवधेश कौशल, आनंद चंदोला, अरविंद शर्मा भी मौजूद थे।

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